Hazir Main Rahun Lyrics Pratyush Dhiman

Hazir Main Rahun Lyrics Pratyush Dhiman
Song:Hazir Main Rahun
Artist:Pratyush Dhiman , ft. Sanskriti Sharma
Album:Single
Released:2022-11-15
Music :Pratsofficial
Producer :Ishant Chauhan

Hazir Main Rahun Lyrics

सारे के सारे जहाँ में, हाँ, हाज़िर मैं रहूँ
तेरे ही दिल के मकाँ में, हाँ, हाज़िर मैं रहूँ
सारे के सारे जहाँ में, हाँ, हाज़िर मैं रहूँ
तेरे ही दिल के मकाँ में, हाँ, हाज़िर मैं रहूँ

जानूँ मैं इतना तुझे, जानूँ मैं तेरी आहटें
बाँहों में तेरी मैं रहूँ, मिलें जो मुझे राहतें
दिल ये दे रहा दस्तकें कि इज़हार मैं करूँ
सह ना पाऊँ मैं फ़ुर्क़तें कि अब प्यार ही करूँ

जो तुझे मेरी याद आए तो हाज़िर मैं रहूँ
जो तुझे कोई और रुलाए तो वाक़िफ़ मैं रहूँ
जो तुझे कुछ मिल भी ना पाए तो हासिल मैं करूँ
जो तुझे मेरी याद आए तो हाज़िर मैं रहूँ

सारे के सारे जहाँ में, हाँ, हाज़िर मैं रहूँ
तेरे ही दिल के मकाँ में, हाँ, हाज़िर मैं रहूँ
सारे के सारे जहाँ में, हाँ, हाज़िर मैं रहूँ
तेरे ही दिल के मकाँ में, हाँ, हाज़िर मैं रहूँ

रातों को अकेले रहना, ऐसी भी क्या बात है?
रातों को अकेले रहना, ऐसी भी क्या बात है?
हूँ खड़ा मैं हाथ थामे, दिन चाहे रात है


ख़ामियों को तेरी भुला के इक़रार मैं करूँ
सह ना पाऊँ मैं फ़ुर्क़तें कि अब प्यार ही करूँ

जो तुझे मेरी याद आए तो हाज़िर मैं रहूँ
जो तुझे कोई और रुलाए तो वाक़िफ़ मैं रहूँ
जो तुझे कुछ मिल भी ना पाए तो हासिल मैं करूँ
जो तुझे मेरी याद आए तो हाज़िर मैं रहूँ

सारे के सारे जहाँ में, हाँ, हाज़िर मैं रहूँ
तेरे ही दिल के मकाँ में, हाँ, हाज़िर मैं रहूँ
सारे के सारे जहाँ में, हाँ, हाज़िर मैं रहूँ
तेरे ही दिल के मकाँ में, हाँ, हाज़िर मैं रहूँ